Gwalior Zoo

ग्वालियर प्राणी उद्यान: प्रकृति के मानों की एक झलक

ग्वालियर, मध्य प्रदेश के मध्य में स्थित गांधी प्राणी उद्यान, जिसे अधिकतर ग्वालियर चिड़ियाघर के नाम से जाना जाता है, प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग से कम नहीं है। 1922 में स्थापित, यह चिड़ियाघर ऐतिहासिक फूल बाग का एक अभिन्न हिस्सा है, जो शहर के बीचों-बीच स्थित है। ग्वालियर की समृद्ध संस्कृति और भव्य इतिहास के साथ जुड़ाव के बाद, वन्य जीवों की दुनिया में कदम रखने का इससे बेहतर अवसर और क्या हो सकता है? यह स्थान न केवल मनोरंजन का एक श्रोत है, बल्कि वन्य जीव संरक्षण के बारे में जागरूकता फैलाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।



प्राणी जगत की विविधता 

ग्वालियर प्राणी उद्यान विभिन्न प्रकार के वन्य जीवों का आश्रय स्थल है। यहां आप भारत के जंगलों की झलक देख सकते हैं और धरती पर पाए जाने वाले विविध प्राणी जगत से रूबरू हो सकते हैं। 

भव्य शिकारी: बाघों और शेरों का दहाड़ना सुनते हुए उनके आवास के पास से गुजरना एक रोमांचकारी अनुभव है। ग्वालियर चिड़ियाघर विशेष रूप से अपने दुर्लभ सफेद बाघों के लिए प्रसिद्ध है, जिन्हें देखना किसी सौभाग्य से कम नहीं है। 

शांत वनस्पतियों के बीच घूमने वाले प्राणी: हिरणों की हसीन छलांग, चीतलों के सुंदर झुंड, और जंगली सूअरों की मस्ती देखना मन को मोह लेता है। ग्वालियर के बाहरी इलाकों के वनों का प्रतिनिधित्व करते हुए ये शाकाहारी जीव चिड़ियाघर के पर्यावरण को संतुलित रखते हैं।

रंगीन पक्षियों का कलरव: घने वृक्षों के बीच चहचहाते हुए तोते, मोर का नाच, और शुतुरमुर्ग का गंभीर डील-डौल पक्षी प्रेमियों का दिल जीत लेते हैं। ग्वालियर चिड़ियाघर में विदेशी पक्षियों का संग्रह भी है, जो पंखों के चमकते हुए रंगों से हर किसी को मंत्रमुग्ध कर देता है।

सरीसृपों का रहस्यमय संसार: सांपों की ऐंठन और घोंघों की धीमी गतिविधियां प्रकृति की विविधता का एक अलग ही पहलू दिखाती हैं। चिड़ियाघर का यह हिस्सा साहसी दर्शकों को आकर्षित करता है, जो इन अद्भुत जीवों के बारे में अधिक जानने के लिए उत्सुक रहते हैं।

वन प्राइमेट्स की चपलता: पेड़ों पर झूलते हुए लंगूरों की चपलता और भालुओं की मस्ती देखना बच्चों को ही नहीं बल्कि बड़ों को भी रोमांचित कर देता है। ये बुद्धिमान जीव वन्य जीवन के सामाजिक ढांचे को समझने का एक अनूठा अवसर प्रदान करते हैं।

दर्शकों के लिए सुविधाएं

ग्वालियर प्राणी उद्यान न केवल वन्य जीवों का आश्रय स्थल है, बल्कि परिवार के साथ एक यादगार दिन बिताने के लिए भी एक बेहतरीन जगह है। यहां की सुविधाएं आपके चिड़ियाघर की सैर को और भी मजेदार बना देंगी:

खिलौना ट्रेन की सैर:चिड़ियाघर परिसर काफी बड़ा है। पैदल घूमने में थकान महसूस होने पर आप खिलौना ट्रेन की सवारी का मजा ले सकते हैं। यह न केवल आरामदायक यात्रा का विकल्प है, बल्कि बच्चों के लिए भी रोमांचकारी है। 
बच्चों के खेल का मैदान: चिड़ियाघर में एक समर्पित बच्चों का खेल का मैदान है, जहां बच्चे जानवरों को देखने के बाद कुछ देर खेल-कूद भी कर सकते हैं जिसमें झूले आदि का संग्रह भी है

जन सुविधाओं की व्यवस्था:
 चिड़ियाघर में स्वच्छ शौचालय शुद्ध प्रयोजन पेयजल के साथ-साथ एक कैंटीन भी है जहां आपको खाने के लिए विभिन्न खाद्य पदार्थ सरलता से मिल जाएंगे ।

अन्य जानकारी
ग्वालियर का चिड़ियाघर शहर के फूलबाग क्षेत्र में स्थित एक विशालकाय प्रांगण है यहां आपको कई सुविधाएं जैसा कि ऊपर वर्णित किया जा चुका है देखने को मिलती है इसके अलावा सेल्फी प्वाइंट ,पेयजल , स्वच्छ शौचालय,  ठंडा शांत और आकर्षक वातावरण आदि  देखने को मिलतीं है इसके साथ-साथ ही चिड़ियाघर में विदेशी पक्षी जैसे मकाऊ भी देखने को मिल जाती हैं । 

टिकट के दर:

चिड़ियाघर में टिकट के दर अलग-अलग आयु वर्ग के हिसाब से अलग-अलग है तथा विद्यार्थियों को इसमें विशेष छूट दी गई  है । जिसमें उन्हें अपनी संस्थान का आईडी कार्ड दिखाना होता है और शुल्क कम कर दिया जाता है । 
अगर आप ग्वालियर आए तो इस स्थान को आवश्य देखें 

धन्यवाद। 


Comments

Popular Posts